यदि ठान लिया जाए तो मुकाम हासिल हो ही जाता है वहीं सुधीर सिंह का नाम और मुकाम कदम पे कदम बढ़ता चला गया, सुधीर ने काम के साथ ही साथ अपने बचे,हुए सयय का इस्तेमाल करने के लिए वेस्टीज बिजनैस को चुना वहीं उनके व्यक्तितव में निखार आया और साथ ही साथ विभिन्न लोगों के साथ सम्पर्क बढ़ा और इनकम में भी इजाफा हुआ वहीं वह बहुत लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बने और इस मुकाम पर पहुचने पर उन्हें वेस्टीज द्धारा उनका सम्मान बडा़या गया और उन्हें सम्मानित किया गया यह क्षण उनके जीवन का अमूल्य क्षण रहा उन्होंने ईश्वर के साथ ही साथ सभी को धन्यवाद दिया।
सुधीर सिंह ने वेस्टीज में कमाया नया मुकाम और नाम मेहनत रंग लाती है।
