डाॅ.अमित कुमार जाॅन ने बीएड टीचर्स और खास यूटेट और सीटेट टीचर्स ना मिलने पर अधिकारियों द्वारा इस विषय पर गंभीरता ना दिखाने पर सवाल खड़े कर दिए है और यह भी बताया जा रहा है अधिकारी केवल अपने वेतन से मतलब रखते हैं समाज और जनता भाड़ में जाए उनके इस रवैये से ऐसा ही पता चलता है इस प्रकार व पूरे प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री जी का चेहरा जनता को दिखा रहे हैं जब उनके पास शिकायतें या प्रार्थना पहुँच रही है तो वह उनका समाधान कैसे नहीं कर रहे उनको बस सरकारी महकमें में बैठकर मोटी तनख्वाह पाना और सरकार को नीचा दिखाना है इस विषय को लेकर माननीय मुख्यमंत्री जी से बातचीत या पत्र व्यवहार किया जायेगा जिससे ऐसे अधिकारियों को अपने कर्तव्य याद रहे और प्रदेश के मुख्यमंत्री की छवि पर कोई भी आंच ना आने पाय यह दायित्व मुख्यमंत्री जी का भी है वो इसलिए कि वह भी शिक्षक रहे हैं हर समस्या का समाधान उन्हें भले भाॅंती ज्ञात है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को होश कब आयेगा डाॅ.अमित कुमार जाॅन ने पूछा निदेशक और सीईओ अपनी जिम्मेदारी कब निभायेंगे।
