डाॅ. अमित कुमार (जाॅन) ने स्पष्ट कहा स्कूलों और धार्मिक स्थलों को राजनीति से बिल्कुल दूर रखना चाहिए आम तौर पर राजनेता ऐसे ही जगहों पर ज्यादा हस्तक्षेप करते हैं और अपना प्रभाव बनाने की कोशिश करते हैं, विधालयों में जाकर बत्मीजी करना, धमकाना, आरोप लगाना और राजनीति पार्टी की धमकी देना साथ ही पार्टी के बड़े इज्जत दार नेता भी ऐसे ही पार्टी के लोगों को सहारा देते हैं यह बिल्कुल गलत है तमीज और तहजीब से भी बात की जाती है वहीं धार्मिक स्थलों को पैसा देकर या उनकी जरूरतों का लालच देकर भी धार्मिक गुरूओं को अपने साथ शामिल किया जाता है जिसका नतीजा वहाँ आपस में गुट बनने लगते हैं इन सबके लिए विशेष कानून बने यदि कोई भी नेता धमकी देता है या धार्मिक गुरु राजनीति में शामिल होता है तो तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए, जिससे शांति बनी रहे और व्यवस्था सुचारू रूप से चले।