अपने काम के लिए जाने जाते हैं दीपक रावत जिनकी यात्रा आईएएस बनकर शुरू हुई और वर्तमान में कुमाऊँ मण्डल के कमिश्नर के रूप में कार्यरत हैं।
सेंट जॉर्जस काॅलेज मसूरी से शिक्षा प्राप्त कर दिल्ली के लिए रवाना हुए वहाँ से बीए और एम एवं एमफिल इतिहास में हंस राज अरोड़ा एवं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पास की। और आईएएस के रूप में उतराखंड कैडर से डीएम के पद पर आसीन हुए, उनके काम करने का तरीका औरों से थोड़ा सा अलग है वह केवल एसी रूम में बैठना पसंद नहीं करते बल्कि अक्सर फील्ड में नजर आते हैं। अपने सख्त अंदाज के साथ ही साथ सोफ्ट हार्ट के लिए भी जाने जाते हैं कमिश्नर दीपक रावत। पूरी टीम के साथ अक्सर वह छापा मारते हैं और अच्छी तरह से जाॅंच पड़ताल भी करते हैं। उनका नाम सुनकर गडबड करने वाले घबरा जाते हैं। अपने इस अंदाज के लिए वह सभी जगह फेमस हैं। लौगों ने उन्हें सोसल मिडिया पर जमकर देखा केवल उतराखंड में नहीं बल्कि देश भर में वह अपने इस अंदाज के लिए प्रसिद्ध है। अपने कार्यों एवं जिम्मेदारियों के प्रति सदा सजग रहें हैं। अखबारों में आए दिन उनकी खबरें छपती रहती है, लौगों के बीच उनकी पोपलेरटी किसी बाॅलीवुड एक्टर से कम नहीं कुमाऊँ मण्डल में भी जाकर उन्हें बहुत ईमानदारी एवं मेहनत और लगन से काम कर रहे है। ऐसी परसनैल्टी के मालिक है कमिश्नर दीपक रावत। जहाँ जाते हैं वहां के हो जाते हैं लौगों से अपना पन उनका दुख- दर्द देखकर उनकी जितनी मदद हो सकती है करते हैं कमिश्नर साहब।